कलेक्टर ने ली गोधन न्याय योजना की समीक्षा बैठक, गोठानों को आत्मनिर्भर बनाने हेतु अधिकारी व्यक्तिगत रूचि लेकर करे कार्य….

जिले में अब तक 14813.01 क्विंटल जैविक खाद किया गया उत्पादित, खाद उत्पादन में प्रगति लाने के लिए सभी गौठान से जुड़े अधिकारी को विषेष प्रयास करने के दिए निर्देष,

जशपुरनगर  31 जुलाई 2021/ कलेक्टर श्री महादेव कावरे ने मोबाईल एप्लीकेशन के माध्यम से गोधन न्याय योजना की समीक्षा बैठक ली। उन्होंने गौठानवार खाद उत्पादन के संबंध में जानकारी लेते हुए खाद निर्माण में तेजी लाने के निर्देश दिए। इस अवसर पर मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत श्री के.एस.मण्डावी, उप संचालक कृषि श्री एम.आर.भगत, सहायक पंजीयक सहकारी संस्था श्री एक्का, ई-जिला प्रबंधक श्री नीलांकर बासु, सहित गौठानों के नोडल अधिकारी अन्य अधिकारी कर्मचारी उपस्थित थे।
कलेक्टर ने कहा कि खाद उत्पादन में प्रगति लाने के लिए गौठान से जुड़े सभी अधिकारी-कर्मचारी को विषेष प्रयास करने  की आवष्यकता है। साथ ही निर्मित्त खाद की छनाई, पैकेजिंग, उत्पादित खाद की पोर्टल में एंट्री कार्य को गंभीरता से करने के निर्देष दिए। उन्होंने उद्यानिकी, रेशम, पशुपालन सहित अन्य विभाग के अधिकारियों को अपनी विभागीय योजनाओं के अंतर्गत की जाने वाली पौधरोपण, चारागाह विकास सहित अन्य कार्यों के लिए आवश्यक खाद की उपलब्धता के लिए मांग पत्र भेजने के निर्देश दिए। उन्होंने गौठानों के नोडल अधिकारियों को सक्रिय कर विक्रय की गई खाद की क्यूआर कोड को प्राथमिकता से स्कैन करने एवं यथाशीघ्र लंबित खाद का उठाव कराने कहा। जिससे विक्रय की गई खाद की सही जानकारी पोर्टल में प्रदर्शित हो सके।
इस दौरान कलेक्टर ने स्वावलंबी गोठान के संबंध में जानकारी ली। उन्होंने सभी अधिकारियों को गोठानों को आत्मनिर्भर बनाने हेतु व्यक्तिगत रूप से प्रयास करने की बात कही। इस हेतु गोठान से जुड़ी महिला समूह को खाद निर्माण के अतिरिक्त मुर्गी पालन, बकरी पालन, दोना पत्तल निर्माण, मशरूम उत्पादन सहित अन्य आजीविका संवर्धन गतिविधियंा उपलब्ध कराकर आत्मनिर्भर बनाने के निर्देश दिए।
कलेक्टर ने सभी सहकारी समितियों में रासायनिक उर्वरक के साथ-साथ जैविक खाद की भी उपलब्धता सुनिश्चित करने के निर्देश दिए है। उन्होंने समिति के माध्यम से किसानों को खाद प्राथमिकता से उपलब्ध कराने की बात कही। इस हेतु सभी विभाग को आपसी समन्वय कर कार्य करने की हिदायत दी। साथ ही शहरी क्षेत्र के गोठानों में भी खाद निर्माण में तेजी लाने एवं निर्मित जैविक खाद को सहकारी समितियों में प्राथमिकता से भण्डारण करने के लिए कहा। जिससे किसानों को जैविक खाद पर्याप्त मात्रा में मिल सके।
            उल्लेखनीय है कि जिले में ग्रामीण एवं नगरीय निकाय के गौठानो के माध्यम से कुल 99985.68 क्ंिवटल गोबर की खरीदी की गई है। जिसका गौपालकों एवं किसानोें को 1 करोड़ 99 लाख 87 हजार 136 रूपए का भुगतान किया गया है। जिले में गोबर विक्रय के लिए पंजीकृत पशुपालकों की संख्या 8002 एवं सक्रिय विक्रेताओं की संख्या 6580 है। अब तक जिले में कुल 14813.01 क्विंटल जैविक खाद का उत्पादन किया गया है। वर्तमान में 5422.08 क्विंटल खाद विक्रय के लिए उपलब्ध है। साथ ही 9390.62 क्विंटल खाद जिसका विक्रय किसानों एवं अन्य विभागों को किया गया है। साथ ही 116 क्विंटल सुपर कम्पोस्ट खाद का उत्पादन किया गया है। वर्तमान में 105.5 सुपर कम्पोस्ट खाद विक्रय हेतु उपलब्ध है तथा 10.5 क्विंटल सुपर कम्पोस्ट खाद का विक्रय किया गया है। किसानों द्वारा रासायनिक उर्वरक के साथ ही जैविक खाद का उठाव भी प्राथमिकता से किया जा रहा हैै।

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